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किडनी और लिवर खराब होने के लक्षण

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किडनी और लिवर खराब होने के लक्षण

परिचय

किडनी और लिवर, हमारे शरीर के दो महत्वपूर्ण अंग हैं जो विभिन्न प्रकार के शरीर की प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। ये अंग हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने, खून को साफ करने और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब ये अंग खराब होने लगते हैं, तो इसका प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है। इस लेख में, हम किडनी और लिवर खराब होने के लक्षणों पर चर्चा करेंगे, ताकि आप समय पर पहचान सकें और उचित उपचार ले सकें।

किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी खराब होने के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे उत्पन्न होते हैं और शुरू में आसानी से नजरअंदाज किए जा सकते हैं। लेकिन अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। किडनी के खराब होने के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  1. पेशाब में बदलाव: किडनी के खराब होने पर पेशाब की मात्रा में कमी या अत्यधिक वृद्धि हो सकती है। पेशाब का रंग गहरा हो सकता है या उसमें खून भी दिख सकता है।
  2. स्वेलिंग (सूजन): किडनी की कार्यक्षमता कम होने पर शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे कि पैरों, हाथों, और चेहरे में सूजन आ सकती है।
  3. थकावट और कमजोरी: किडनी के सही से काम न करने पर रक्त में विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे थकावट और कमजोरी महसूस हो सकती है।
  4. उल्टी और मतली: विषाक्त पदार्थों के शरीर में जमा होने के कारण उल्टी और मतली की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  5. पेट में दर्द: किडनी के खराब होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।
  6. कमजोर इम्यून सिस्टम: खराब किडनी के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
  7. अन्य समस्याएं: उच्च रक्तचाप, असामान्य दिल की धड़कन, और सांद्रता की समस्याएं भी किडनी खराब होने के संकेत हो सकती हैं।

लिवर खराब होने के लक्षण

लिवर शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और इसका प्रमुख कार्य शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालना है। लिवर की समस्याओं के लक्षण भी गंभीर हो सकते हैं और इनमें शामिल हैं:

  1. जांडिस (पीलिया): लिवर की समस्या के कारण त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला हो सकता है। यह लिवर के ठीक से काम न करने का संकेत है।
  2. पेट में दर्द और सूजन: लिवर के असामान्य कामकाज के कारण पेट में दर्द और सूजन महसूस हो सकती है।
  3. अत्यधिक थकावट: लिवर के खराब होने पर शरीर की ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है, जिससे अत्यधिक थकावट महसूस होती है।
  4. उल्टी और मतली: लिवर की समस्याओं के कारण उल्टी और मतली की शिकायत हो सकती है।
  5. भूख में कमी: लिवर की समस्याओं के कारण भूख में कमी हो सकती है और भोजन के प्रति अरुचि महसूस हो सकती है।
  6. सफेद मल और गहरे रंग का पेशाब: लिवर की बीमारियों में मल का रंग सफेद हो सकता है और पेशाब का रंग गहरा हो सकता है।
  7. खून का बहाव और नीला दाग: लिवर की खराबी के कारण खून का बहाव बढ़ सकता है और त्वचा पर नीला दाग पड़ सकता है।

निदान और उपचार

किडनी और लिवर की बीमारियों का निदान चिकित्सा परीक्षणों के माध्यम से किया जाता है, जैसे कि रक्त परीक्षण, यूरेन परीक्षण, अल्ट्रासाउंड, और अन्य इमेजिंग तकनीकें। यदि आपको उपरोक्त लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

किडनी की बीमारियों के उपचार में दवाओं, जीवनशैली में बदलाव, और गंभीर मामलों में डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की आवश्यकता हो सकती है।

लिवर की बीमारियों के उपचार में भी दवाओं, जीवनशैली में सुधार, और जटिल मामलों में लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता हो सकती है। शराब का सेवन कम करना, स्वस्थ आहार अपनाना, और नियमित व्यायाम करना लिवर की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

किडनी और लिवर दोनों ही हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं और इनकी बीमारियों के लक्षणों की पहचान और इलाज समय पर करना अत्यंत आवश्यक है। अगर आप किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है। सही समय पर उपचार से आप गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं।

FAQs

  1. किडनी खराब होने पर क्या किया जाए?
    • यदि आपको किडनी खराब होने के लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर उचित परीक्षण और उपचार की सलाह देंगे।
  2. लिवर खराब होने के कारण क्या हो सकते हैं?
    • लिवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि शराब का अत्यधिक सेवन, वायरल हेपेटाइटिस, मोटापा, और कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव।
  3. क्या किडनी और लिवर की बीमारियों को रोकने के लिए कोई उपाय हैं?
    • हां, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, संतुलित आहार लेना, शराब का सेवन कम करना, और नियमित व्यायाम करना किडनी और लिवर की बीमारियों को रोकने में सहायक हो सकता है।
  4. किडनी और लिवर की समस्याओं के लिए कौन से परीक्षण किए जाते हैं?
    • किडनी और लिवर की समस्याओं के निदान के लिए रक्त परीक्षण, यूरीन परीक्षण, अल्ट्रासाउंड, और अन्य इमेजिंग तकनीकें की जाती हैं।
  5. क्या किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट एक स्थायी समाधान है?
    • हां, किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट गंभीर मामलों में एक स्थायी समाधान हो सकता है, लेकिन इसके लिए भी नियमित चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।

 

 

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