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प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए: आहार में सावधानियाँ और मार्गदर्शन

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प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए: आहार में सावधानियाँ और मार्गदर्शन

प्लेटलेट्स, जिन्हें रक्त कणिकाएँ भी कहा जाता है, हमारे रक्त का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं। ये रक्तस्राव को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जब शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है, तो इसे चिकित्सा विज्ञान में थ्रोम्बोसाइटोपीनिया (Thrombocytopenia) कहा जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को रक्तस्राव, थकान, और चोट लगने पर अत्यधिक खून बहने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

प्लेटलेट्स की कमी विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे डेंगू, मलेरिया, वायरल संक्रमण, कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट, या फिर किसी गंभीर बीमारी का लक्षण। प्लेटलेट्स की संख्या को स्थिर रखने के लिए सही आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो प्लेटलेट्स की कमी को और बढ़ा सकते हैं, इसलिए इन्हें खाने से बचना चाहिए। इस लेख में हम उन खाद्य पदार्थों के बारे में चर्चा करेंगे, जिन्हें प्लेटलेट्स कम होने पर नहीं खाना चाहिए।

  1. प्लेटलेट्स कम होने पर क्या नहीं खाना चाहिए: आहार में सावधानियाँ और मार्गदर्शन

    प्लेटलेट्स कम होने पर आहार में कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए। सबसे पहले, अल्कोहल से बचना चाहिए क्योंकि यह प्लेटलेट्स की संख्या को और कम कर सकता है और रक्त निर्माण को बाधित कर सकता है। इसके अलावा, जंक फूड जैसे वसा, चीनी, और नमक से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ने से रोक सकते हैं। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और ग्लूटेन वाले खाद्य पदार्थों से भी बचें, क्योंकि ये शरीर में सूजन और अन्य समस्याएँ पैदा कर सकते हैं जो प्लेटलेट्स की संख्या में कमी ला सकते हैं। इन सावधानियों को ध्यान में रखते हुए पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करें जिससे प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में मदद मिल सके।

  2. अल्कोहल (Alcohol)

अल्कोहल प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित करने वाले सबसे प्रमुख कारकों में से एक है। अल्कोहल का सेवन हड्डी के भीतर प्लेटलेट्स के उत्पादन को कम करता है और शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या को और भी घटा सकता है। इसके अलावा, अल्कोहल रक्त के पतले होने का कारण भी बन सकता है, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, अगर आपके शरीर में प्लेटलेट्स की कमी है, तो अल्कोहल का सेवन बिल्कुल बंद कर देना चाहिए।

  1. रक्त को पतला करने वाले खाद्य पदार्थ (Blood-Thinning Foods)

कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो रक्त को पतला करने का काम करते हैं। प्लेटलेट्स की कमी के दौरान ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये शरीर में खून के थक्के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • लहसुन (Garlic): लहसुन एक प्राकृतिक रक्त पतला करने वाला एजेंट है। यह खून के पतलेपन को बढ़ावा देता है, जिससे खून के थक्के बनने में परेशानी हो सकती है।
  • अदरक (Ginger): अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खून को पतला कर सकते हैं। प्लेटलेट्स की कमी के दौरान अदरक के सेवन से बचना चाहिए।
  • प्याज (Onion): प्याज भी खून को पतला करने का काम करता है, इसलिए इसका अधिक सेवन प्लेटलेट्स की संख्या को और कम कर सकता है।
  • ग्रीन टी (Green Tea): ग्रीन टी में पाए जाने वाले तत्व खून को पतला करने में मदद करते हैं, इसलिए इसे प्लेटलेट्स की कमी के दौरान सीमित या बंद करना चाहिए।
  1. ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट (Trans Fats and Saturated Fats)

ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट शरीर में सूजन और प्लेटलेट्स के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं। ये फैट्स प्लेटलेट्स की संख्या को नियंत्रित करने में बाधा डाल सकते हैं और रक्त के थक्के बनने की प्रक्रिया को कमजोर कर सकते हैं। इसलिए, प्लेटलेट्स की कमी के दौरान फास्ट फूड, तले हुए खाद्य पदार्थ, और प्रोसेस्ड फूड्स से बचना चाहिए।

  1. आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (Artificial Sweeteners)

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का सेवन भी प्लेटलेट्स की कमी के दौरान हानिकारक हो सकता है। इनमें पाए जाने वाले रसायन शरीर की प्लेटलेट्स उत्पादन की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं और शरीर में रक्तस्राव के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, प्लेटलेट्स की कमी के दौरान आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से बने उत्पादों का सेवन न करें।

  1. उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले खाद्य पदार्थ (High Omega-3 Fatty Acid Foods)

ओमेगा-3 फैटी एसिड आमतौर पर हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन प्लेटलेट्स की कमी के दौरान इनका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड खून को पतला करने का काम करता है, जिससे प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट हो सकती है। मछली के तेल, अलसी के बीज, और कुछ अन्य नट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, अगर आपके प्लेटलेट्स कम हैं, तो इन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करना चाहिए।

  1. अत्यधिक प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स (Highly Processed and Packaged Foods)

प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स में अक्सर उच्च मात्रा में नमक, शक्कर, और अन्य रसायन होते हैं, जो प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ शरीर में सूजन का कारण बन सकते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या को और भी कम कर सकते हैं।

  1. कॉफी और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ (Coffee and Caffeinated Beverages)

कैफीन युक्त पेय पदार्थ जैसे कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स प्लेटलेट्स की कमी के दौरान हानिकारक हो सकते हैं। कैफीन का सेवन प्लेटलेट्स के उत्पादन को धीमा कर सकता है और रक्तस्राव का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए, अगर आपके प्लेटलेट्स कम हैं, तो कैफीन का सेवन सीमित या पूरी तरह से बंद करना बेहतर है।

  1. सोडा और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (Soda and Carbonated Drinks)

सोडा और अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में उच्च मात्रा में शुगर और आर्टिफिशियल सामग्री होती है, जो प्लेटलेट्स की संख्या को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। ये पेय पदार्थ शरीर में सूजन और अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिससे प्लेटलेट्स की संख्या में और कमी हो सकती है।

  1. कुछ प्रकार की हर्ब्स और सप्लीमेंट्स (Certain Herbs and Supplements)

कुछ हर्ब्स और सप्लीमेंट्स भी प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित कर सकते हैं। जैसे:

  • गिंग्को बिलोबा (Ginkgo Biloba): यह हर्ब खून को पतला करने का काम करती है, जिससे प्लेटलेट्स की कमी के दौरान इसके सेवन से बचना चाहिए।
  • सेंट जॉन वॉर्ट (St. John’s Wort): यह हर्ब प्लेटलेट्स की संख्या को और भी कम कर सकती है।

निष्कर्ष

प्लेटलेट्स की कमी एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसमें उचित आहार और सावधानियाँ बरतना अत्यंत आवश्यक है। ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचकर, आप अपनी प्लेटलेट्स की संख्या को स्थिर रखने और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

यदि आप प्लेटलेट्स की कमी का सामना कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श लें और उनके निर्देशों का पालन करें। उचित आहार, संयमित जीवनशैली, और नियमित चिकित्सा जांच से आप इस समस्या से सुरक्षित रह सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

 

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